tag:blogger.com,1999:blog-6531144883917135116.post2542413580140484216..comments2023-10-08T13:12:34.448+05:30Comments on निर्माण संवाद: स्वाइन-फ्लू में कैसे हो इलू-इलू...AMIT TIWARI 'Sangharsh'http://www.blogger.com/profile/02434626500087289753noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-6531144883917135116.post-48996054074609958872009-08-12T17:28:43.049+05:302009-08-12T17:28:43.049+05:30बहुत रोचक लेकिन सच बयां करती पोस्ट...आप के लेखन मे...बहुत रोचक लेकिन सच बयां करती पोस्ट...आप के लेखन में व्यंग और रवानी दोनों हैं...वाह...लिखते रहिये...<br />नीरजनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6531144883917135116.post-47170259182904162822009-08-12T16:13:31.786+05:302009-08-12T16:13:31.786+05:30"लिप ही जिन्दा नहीं रहेगा तो लिपस्टिक का कैसे..."लिप ही जिन्दा नहीं रहेगा तो लिपस्टिक का कैसे बिकेगा?"<br /><br />सही प्रश्न है इस बाजारू दुनिया से, <br />जो सबको सिर्फ ग्राहक समझती है...<br />और उनकी मुश्किलों को कमाई का जरियाAmithttps://www.blogger.com/profile/06964450551415322192noreply@blogger.com